Sunday, May 24, 2020

बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह का निधन


बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह का निधन , भावपूर्ण श्रद्धांजलि 💐

बेरमो के विधायक और कांग्रेस के नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। उनके फेफड़े में संक्रमण था। उनका इलाज दिल्‍ली में चल रहा था। पूर्व में उनका रांची में इलाज चल रहा था। कुछ ही दिन पूर्व उन्‍हें एयर एंबुलेंस से रांची से नई दिल्‍ली ले जाया गया था। रांची में वे मां रामप्‍यारी अस्‍पताल में भर्ती थे। यहां उनसे मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई अन्‍य नेताओं ने मुलाकात की थी। राजेंद्र प्रसाद सिंह झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री भी रह चुके हैं। वे छह बार बेरमो विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। राजेंद्र प्रसाद सिंह इंटक के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।

Saturday, May 23, 2020

प्रवासी मजदूरों के लेकर फेसबुक में चला कमेंट वार

कल रात्रि को रैंबो नामक युवक ने फेसबुक पर ट्रेन के लेकर एक पोस्ट शेयर किया था। जिसके बाद बीजेपी समर्थक और बीजेपी विरोधियों ने एक से एक कमेंट किया। और देखते ही देखते ही 100 कमेंट पार कर गया। संजय नाम के युवक ने कहा की कोरोना को लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट फेल रहा। वही टिंकू नामक युवक ने मोदी जी तारीफ करते हुआ लिखा कि मोदी जी बहुत ही शानदार तरीके से कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है। निखिल नामक युवक ने कहा कि कांग्रेस ने जितना भी संपत्ति बनाई थी उसको बीजेपी गवर्नमेंट ने बेच दी है। 

Friday, May 22, 2020

खेसमी में खुला पेट्रोल पंप

धनबाद जिला के गोमो तोपचांची रोड में दिनांक 22-05-2020 को हिन्दुस्तान पेट्रोलियम का एक आउटलेट खोला गया। यह पेट्रोल पंप में खेसमी में खुला है। जिसका उद्घाटन माननीय टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने किया। इस पेट्रोल पंप का नाम दीप्ति फ्यूल है। अब खेसमी के आस पास लोगों पेट्रोल भराने में आसानी होगी। 

Thursday, May 21, 2020

बलियापुर की बीईओ छह हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार

धनबाद जिला के बलियापुर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जया देवी को एसीबी ने गुरुवार को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। नीमटांड़ प्राथमिक विद्यालय के सहायक शिक्षक विजय प्रजापति से 6000 रुपए घूस ले रही थी। जया ने रिश्वत की रकम लेने के लिए सहायक शिक्षक को अपने आवास कुसुम बिहार बुलाया था। विजय प्रजापति ने रिश्वतखोरी के संबंध में एसीबी से शिकायत की थी। एसीबी की टीम ने जया देवी को रंगे हाथ घूस लेते पकड़ लिया। आरोप है कि सर्विस बुक खोलने के नाम पर 10 हजार रुपए बतौर घूस की मांग की थी। प्रथम किस्त के रूप में 6000 देने गया था विजय प्रजापति। सहायक शिक्षक की है नई नियुक्ति।


Wednesday, May 20, 2020

1 जून से चलने वाली 200 ट्रेनों की लिस्ट जारी, आज से शुरू होगी टिकटों की बुकिंग

नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच रेलवे श्रमिक ट्रेनों के अलावे 1 जून से 200 ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है। इन ट्रेनों के टिकटों की बुकिंग 21 मई यानी आज सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी। पहले रेलवे ने सिर्फ नॉन एसी ट्रेनों की बात की थी, लेकिन इन ट्रेनों में AC और जनरल
डिब्बे भी होंगे।


टिकटों की बुकिंग सिर्फ IRCTC की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से होगी। यह बुकिंग IRCTC की वेबसाइट के ज़रिये ही हो सकेगी और स्‍टेशनों पर काउंटर नहीं खोले जाएंगे। रेलवे की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार इन ट्रेनों में RAC और वेटिंग टिकट भी उपलब्ध होंगे। हालांकि वेटिंग टिकट वालों को ट्रेन में जाने की इजाजत नहीं होगी।

1 जून से देश में 200 ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेलवे ने इन सभी ट्रेनों के नामों की सूची भी जारी कर दी है। रेलवे ने साफ किया है कि इनमें एसी, नॉन एसी और जनरल सभी तरह के कोच होंगे। इससे पहले सिर्फ नॉन एसी ट्रेनों के चलने की बात कही गई थी।

प्राचीन युग में लोग कैसे आत्मनिर्भर रहते थे।

बार्टर सिस्टम या हुन्डी प्रथा यानि वस्तु विनियम प्रणाली। जब देश में मुद्रा विनिमय प्रणाली शुरु नहीं हुई थी, तब लोग सामानों की अदला बदली करते थे। प्राचीन काल से गाँव इतने आत्मनिर्भर थे कि उन्हें चावल-दाल, तेल-मसाले, बर्तन-बासन, कोड़ी-कुदाल जैसे जरूरत के सभी चीज़ें गाँव में मिल जाती थी। बाहरी व्यापारियों से अनाज और मसालों के बदले सोने-चाँदी की मुहरें मिलती थी। पर, ग्रामीण जीवन में उसका कोई उपयोग न था। इसलिए, लोग उन मुहरों को जमीन में गाड़ देते थे।
देश में मुद्रा विनिमय प्रणाली चंद्रगुप्त मौर्य के शासन काल में शुरू हुई। राजा के मंत्री-सेनापति, सैनिक और नौकर-चाकरों को काम के बदले सोने, चाँदी के सिक्के दिये जाने लगे। वे सिक्के देकर अनाज और अन्य जरूरत की चीज़ें खरीदते थे। धीरे-धीरे गाँवों में मुद्रा का प्रचलन बढ़ता गया। 18वीं सदी में मुद्राओं का स्थान कागज़ी नोटों ने ले लिया। 1770 ई में पहली बार कलकता में बैंक ऑफ हिंदुस्तान ने कागजी नोट छापना शुरू किया। 1861 ई में भारत में पेपर करेंसी एक्ट लागू होने के बाद नोटों का परिचालन बढ़ गया। जैसे-जैसे गाँवों में मुद्रा पर निर्भरता बढ़ती गई, गाँवों की आत्मनिर्भरता खत्म होती गई।
ऐसा नहीं है कि हुन्डी प्रथा गाँव से पूरी तरह खत्म हो गया। जिन गाँव की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है, वहाँ आज भी ये व्यवस्था जिंदा है। हम किसान लोग गाँव के कुम्हार से मिट्टी के बासन-बर्तन, लोहार से कोड़ी-कुदाल, हँसुआ-बैसला आदि लेते हैं। नाई, धोबी आदि से शादी-बिहा, मुंडन, मोरखी आदि समय काम लेते हैं। फिर, अगहन महीने में उन्हें काम के बदले काठ के हिसाब से धान, देते हैं। साथ ही परब-त्योहारों में आलू, प्याज और सब्जी वगैरा भी देते हैं। इस तरह बिना पैसे के ही हमारी सारी जरूरतें पूरी होती हैं। यही सामुहिकता गाँव की आत्मा है।
आज जब देश कोरोना संकट से गुजर रहा है। आवागमन बंद होने से किसान अपनी सब्जियों को बेच नहीं पा रहे। रोजगार ठप्प होने और पैसे के अभाव में गाँव के लोग जरूरत की चीजें नहीं खरीद पा रहे। ऐसी विकट स्थिति में हुन्डी प्रथा गाँव की आर्थिक स्थिति सुधारने में कारगर साबित हो सकती है। इससे ग्रामीणों में सामूहिकता की भावना जागेगी और गाँवों में आत्मनिर्भरता भी आएगी।


Tuesday, May 19, 2020

तीव्र गति से बढ़ रहा 'अम्फान’, ओडिशा और बंगाल में एनडीआरएफ की 41 टीम तैनात

सुपर साइक्लोन 'अम्फान' (Amphan Cyclone) के आज पश्चिम बंगाल के तट पर टकराने की संभावना है. इस दौरान 155 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने और भारी बारिश का अनुमान है. भारत मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक इस दौरान बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश होगी और समुद्र में चार-पांच मीटर ऊंची लहरें उठेंगी.

मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में काफी रफ्तार में आगे बढ़ रहा है. अनुमान है कि इसकी गति अभी और बढ़ेगी. साइक्लोन अम्फान आज दोपहर तक पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हादिया में टकरा सकता है.

 

खेसमी पंचायत में चल रहा है दीदी किचन

खेसमी पंचायत के मध्य विद्यालय में दीदी किचन विगत डेढ़ महीने से चल रहा है। यहाँ पर गरीबों को मुफ्त खाना खिलाया जा रहा है। दीदी किचन में प्रतिदिन अलग अलग तरह की भोजन कराया जा रहा है। यह किचन सरकार द्वारा संचालित है। 

चानकु महतो पर विशेष कवरेज



चानकु महतो (1816-1856)
(हूल विद्रोह के वीर लड़ाका)

जिस समय संथाल परगना में सिधो-कान्हू,फूलो -झानो के नेतृत्व में हूल आंदोलन चल रहा था ठीक उसी समय तत्कालीन गोड्डा में #चानकु_महतो के नेतृत्व में भी कुड़मी,  भुइया-घटवार-खेतोरी-संथाल समुदाय आंदोलनरत थे.

शहीद चानकु महताे का जन्म 9 फरवरी 1816 को गाेड्डा स्थित रांगामाटिया गांव में हुआ था
उस समय देश में अंग्रेज रैयतों के जमीन छीनकर महाजनों को दें रहे थे और आदिवासियों के प्रथागत परंपराओं पर रोक लगा रहे थे इसके विरुद्ध चानकु महताे ने मूल रैयताें काे संगठित कर विरोध करने लगे|फिर चानकु महताे ने अपने आंदोलन को शहीद सिदो -कान्हू के संथाल हुल के साथ जोड़कर अंग्रेजाें, महाजनाें के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे 

चानकु महताे के नेतृत्व में 1855 के अश्विन महीना में गाेड्डा  के साेनार चौक में एक बड़ी सभा आयोजित की गयी थी, जिसकी सुचना मिलते ही ब्रिटिश सेना, घुड़सवार और नायब के सिपाही ने सभास्थल को घेर लिया, इस मुठभेड़ मे कई अंग्रेज मरे और कई आंदोलनकारी शहीद हुए|

फिर कुछ समय बाद बाड़ीडीह नामक गांव से चानकू महताे काे गिरफ्तार कर लिया गया. और 15 मई 1856 काे गाेड्डा के राजकचहरी स्थित कझिया नदी किनारे सरेआम फांसी पर लटका दिया गया और इसी के साथ चानकु महतो हमेशा का लिये अमर हो गये 

देश की बात हो,झारखण्ड की बात हो, जल जंगल जमीन हो या आदिवासीयत की बात कुड़मियों ने हमेशा बढ़ चढ़कर आंदोलन किया है और इस माटी की रक्षा के लिये क़ुरबानी दी है लेकिन अफ़सोस की इतिहास लिखने वालों ने कुड़मियो की अवहेलना की लेकिन जिस इतिहास को दबाया गया उस गौरवगाथा को  जल्द ही सबके सामने लाया जाएगा 
संथाल_विद्रोह के अमर नायक #शहीद_चानकु_महतो जी को शत शत नमन 
हुल जोहार

1 जून से रोजाना चलेंगी 200 नॉन एसी ट्रेन, जल्द शुरू होगी बुकिंग: पीयूष गोयल

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण लगे लॉकडाउन (Lockdown 4.0) के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे लोगों की राहत के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) एक जून से 200 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने जा रहा है. ये 200 ट्रेनें नॉन एसी होंगी. रेल मंत्री पीयूष गोयल (Rail Minister Piyush Goyal) ने ट्वीट करके इस बात की पुष्टि की है. गोयल के मुताबिक, भारतीय रेल एक जून से अपने टाइम टेबल के हिसाब से हर दिन 200 नॉन एसी ट्रेनें चलाने जा रहा है. इन ट्रेनों की बुकिंग जल्द ही शुरू होगी. हालांकि इन ट्रेनों की तय तिथि और इनके रूट के संबंध में फिलहाल कोई सूचना नहीं मिल सकी है.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि- श्रमिकों के लिये बड़ी राहत, आज के दिन लगभग 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल सकेंगी और आगे चलकर ये संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ पायेगी.