नेताजी सुभाष चंद्र बोस जक्शन गोमो में युवा साथी संगठन की ओर से सुभाष चंद्र बोस के 125 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर गोमो जंक्शन युवा साथी संगठन तोपचांची के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए
टाइगर जयराम महतो ने कहा
की नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज गौरवशाली इतिहास हम सभी के लिए प्रेरणादायक है की भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के वीर सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125वीं जयंती पर उन्हे कोटि कोटि नमन करता हूं
अजेय साहस और अपूर्व त्याग के द्वारा कर्म साधना का जो आदर्श उन्होंने उपस्थित उसे कमी विस्मृत नहीं किया जा सकता उनके बलिदान के कारण जनता ने अपने इस प्रिय लाडले को नेताजी की उपाधि से विभूषित किया सुभाष चंद्र बोस दार्शनिक नहीं रुके कर्मयोगी थे उनकी मान्यता थी कि शक्तिशाली आवाज में ही दम होता है साहसी व्यक्तियों के कार्य सफल होते हैं
वे अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए सशस्त्र संघर्ष के भी पक्षधर थे सुभाष चंद्र बोस औपनिवेशिक स्वराज के विरोधी थे यद्यपि गांधी के सिद्धांतों से उनका मतभेद बराबर बना रहा परंतु गांधीजी की व्यक्ति के रूप में इज्जत करते थे महायुद्ध के दौरान सुभाष ने स्वाधीनता के लिए संघर्ष किया और कहा हमारी मातृभूमि स्वतंत्रता की खोज में है तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी देता हूं यह स्वतंत्रता देवी की मांग नेताजी की पुकार पर सहस्त्र लोगों ने हाथ खड़े किए तब नेताजी बोले ऐसे नहीं अपने रक्त से प्रतिज्ञा पत्र पर हस्ताक्षर करने होंगे
जिसमे मुख्य रूप से उपस्थित गौतम कुमार पंकज कुमार शंभू कुमार अजय कुमार मनोज महतो दीपक कुमार सुनील महतो संतोष कुमार महतो विशाल कुमार महतो एवं सुनील कुमार विक्की कुमार पुरंजन कुमार मंडल इत्यादि मौजूद थे
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